प्राचीन भारत का इतिहास|प्रागैतिहासिक काल |पाषाण काल
दोस्तों नमस्कार।इस वीडियो में आप प्राचीन भारत का इतिहास के chapter पाषाण काल के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को पढ़ेंगे ,जो विगत संघ लोक सेवा आयोग और राज्य लोक सेवा आयोग के परिक्षाओं में पूछे जा चुके हैं।इसलिए इनकी आनेवाले परीक्षाओं में पूछे जाने की संभावना बढ़ जाती है।
तो चलिए उन प्रश्नो को देखते हैं।
प्रश्न कोपेनहेगन संग्रहालय की सामग्री से पाषाण काँस्यऔर लौह युग का त्रियुगीन विभाजन किसने किया ?
उत्तर डेनमार्क के कोपेनहेगन संग्रहालय की सामग्री के आधार पर पाषाण कांस्य और लौह युग का त्रियुगीय विभाजन 1820 में पुरातात्विक क्रिस्टियन जरगेनसन थॉमसन ने किया था।
प्रश्न. उत्खनित प्रमाणों के आधार पर पशुपालन का प्रारंभ कब हुआ था ?
उत्तर मध्य पाषाण काल के अंतिम चरण में पशुपालन के साक्ष्य प्राप्त होने लगते हैं।ऐसे पशुपालन के साक्ष्य भारत मे आदमगढ़ ( होसंगाबाद, मध्य प्रदेश) तथा बागौर ( भीलवाड़ा ,राजस्थान) से मिले हैं।
प्रश्न. भारत के किस स्थान से हड्डी के उपकरण प्राप्त हुए हैं?
उत्तर मध्य पाषाण कालीन महदहा ( उत्तर प्रदेश जिला प्रतापगढ़) से बड़ी मात्रा में हड्डी के उपकरण प्राप्त हुए हैं। G R शर्मा द्वारा महदहा में तीन क्षेत्रों का उल्लेख करते हैं जो झील क्षेत्र बूचड़खाना संकुल क्षेत्र एवं कब्रिस्थान निवास क्षेत्र में बंटा था । बूचड़खाना संकुल क्षेत्र से हडडी निर्मित उपकरण एवं आभूषण बड़े पैमाने पर पाए गए हैं। डॉ जयनारायण पांडेय द्वारा लिखित पुस्तक पुरात्तव विमर्श में महदहा,सराय नहरराय एवं दमदमा तीनो ही स्थलों से हड्डी के उपकरण एवं आभूषण पाए जाने का उल्लेख है।

प्रश्न खाद्यानों की कृषि सर्वप्रथम कब प्रारम्भ हुई थी ?
उत्तर खाद्यानों की कृषि सर्वप्रथम नवपाषाण काल मे हुआ।यही वह समय था जब मनुष्य कृषि कर्म से परिचित हुआ।नवपाषाण काल मे ही जौ, एवं गेहूं की वन्य किस्म को खेती के योग्य बनाया गया जिसमें कृषि जन्य गेहूं का उद्भव हुआ। भारतीय उपमहाद्वीप में कोल्दिहवा तथा मेहरगढ़ दो नव पाषाणिक ग्राम बस्तियां थी जहां से चावल एवं गेहूं के स्पस्ट प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न भारत मे मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य कहाँ मिलता है ?
उत्तर भारत मे मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य मध्य प्रदेश के पश्चिमी नर्मदा क्षेत्र में मिला है। इसकी खोज 1982 में कई गई थी।
प्रश्न मानव द्वारा सर्प्रथम प्रयुक्त अनाज क्या था ?
उत्तर आधुनिक मानव समाज द्वारा मुख्य रूप से 8 खाद्य अनाजों का उपभोग किया गया है जिनमे जौ, गेंहू,चावल,मक्का,बाजरा, शोरघम, राई, एवं जई।
अनाजों के पौधे विभिन्न क्षेत्रों में जंगली घास के रूप में विद्यमान थे जिन्हें बीजों के रूप में मानव ने उगाया, अलग अलग क्षेत्रों मे, अलग अलग समय पर।
सर्वप्रथम जौ (Barley) 8000 ईसा पूर्व में निकट पूर्व ( Near East भूमध्य सागर एवं ईरान के मध्य स्थित पश्चिमी एशिया के देश) के मानव द्वारा उगाया गया।बाद में लगभग इन्ही क्षेत्रों में 8000 ईसा पूर्व के आस पास ही गेंहू मानव द्वारा उगाया जाने लगा।चावल तीसरा खाद्य अनाज है जिसे मानव ने लगभग 7000 ईशा पूर्व के आस पास चीन के यंगतजी नदी घाटी क्षेत्र ने उगाया।मक्का मध्य एवं दक्षिणी अमेरिका क्षेत्र में लगभग 6000 ईशा पूर्व में उगाया गया ।इसका प्रथम साक्ष्य मेक्सिको में पाया गया है।
बाजरा 5500 ईशा पूर्व में चीन में, शोरघम 5000 ईशा पूर्व में पूर्वी अफ्रीका में , राई 5000 ईशा पूर्व दक्षिण पूर्व एशिया में तथा जाइ 2300 ईशा पूर्व में यूरोप में सर्वप्रथम मानव द्वारा उगाया गया।

प्रश्न उस स्थान का नाम बताईये जहां से प्राचीनतम स्थायी जीवन के प्रमाण मिले है ?
उत्तर प्राचीनतम स्थायी जीवन के प्रमाण सर्वप्रथम बलूचिस्तान के कच्छी मैदान स्थित मेहरगढ़ से मिले है। जिसकी प्रामाणिक तिथि सातवी सहस्त्राब्दी ईशा पूर्व 7000 ईसा पूर्व है।जबकि किले गुलमोहम्मद एवं कालीबंगा की प्राचीनतम तिथि क्रमशः 4000 ईशा पूर्व एवं
3500 ईशा पूर्व है। धौलावीरा हरप्पाकालीन नगर है।
प्रश्न भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य कहाँ से प्राप्त हुए है ?
उत्तर नवीनतम खोजों के आधार पर भारतीय उपमहाद्वीप में प्राचीनतम कृषि साक्ष्य वाला स्थान उत्तर प्रदेश के सन्त कबीर नगर जिला में स्थित लहुरादेव है।यहां से 8000 से 9000 ईशा पूर्व मध्य के चावल के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
इस नवीनतम खोज के पूर्व भारतीय उपमहाद्वीप का प्राचीनतम कृषि साक्ष्य वाला स्थल मेहरगढ़ जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त स्थित , यहां 7000 ईशा पूर्व के गेंहू के साक्ष्य मिले हैं।
जबकि प्रचीनतम चावल के साक्ष्य वाला स्थल कोल्दिहवा जो इलाहाबाद जिले के बेलन नदी के तट स्थित ,यहां से 6500 ईशा पूर्व के चावल की भूषि के साक्ष्य मिले है।
अतः अगर विकल्प में लहुरादेव रहता है तो उत्तर यही होगा परंतु लहुरादेव के विकल्प में नही होने की स्थिति में इसका उत्तर पूर्व की भांति मेहरगढ़ होगा।
जैसा कि इस प्रश्न में हम देख सकते हैं।
प्रश्न भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम सक्ष्य प्राप्त हुए हैं-
a) मेहरगढ़
b) बुर्जहोम
c) कोल्दिहवा
d) मेहरगढ़
यहां उत्तर मेहरगढ़ होगा क्योंकि लहुरादेव विकल्प में नही है।
प्रश्न किस युग को चलकॉलिथिक युग भी कहा जाता है ?
उत्तर ताम्रपाषाणिक को चलकॉलिथिक युग भी कहा जाता है ,जिन संस्कृति में तांबे के औजार के साथ साथ पत्थर के बने हुए उपकरण का प्रचलन मिलता है।उन्हें प्रायः ताम्र पाषाणिक संस्कृति कहा जाता है।
प्रश्न किस स्थान से पाषाण संस्कृति से लेकरJ हरप्पा सभ्यता तक के सांस्कृतिक अवशेष प्राप्त हुए हैं?
उत्तर बलूचिस्तान(पाकिस्तान) में स्थित पुरास्थल मेहरगढ़ से पाषाण संस्कृति से लेकर है हरप्पा सभ्यता तक के सांस्कृतिक अवशेष प्राप्त हुए हुए है।
प्रश्न नवदाटोली का उत्खनन किसने किया था ?
उत्तर नवदाटोली मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण ताम्रपाषाणिक स्थल है जो इंदौर के निकट स्थित है। यहां से मिट्टी बांस तथा फुश के बने चौकोर एवं वृत्ताकार घर मिले हैं।यहां के दीवारों पर चुने का लेप लगाया जाता था।यहां के मूल मृदभांड लाल काले रंग के हैं जिनपर ज्यामितिय आरेख उत्कीर्ण हैं।यहाँ की मुख्य फसलों में गेंहू, अलसी,मसूर,कला चना, हरा चना, हरि मटर, खेसरी तथा चावल हैं। नावदाटोली का उत्खनन दक्कन कालेज के प्रोफेसर H D Sankalia ने कराया था।यह स्थल इस महाद्वीप का सबसे विस्तृत उत्खनित ताम्रपाषाणिक ग्राम स्थल है जिसकी तिथि ईशा पूर्व 1600 से 1300 के बीच निर्धारित की गई है।
प्रश्न वृहदपाषाण कालीन स्मारकों की पहचान किस रूप में की जाती है ?
उत्तर मृतक को दफनाने के स्थान के रूप में
नवपाषाणयुगीन दक्षिण भारत मे शवों को विभिन्न प्रकार की समाधियों में दफनाने की प्रक्रिया रही है। इन समाधियों को जो विशाल पाषाण खंडो से निर्मित है उसे Megalith के नाम से जाना जाता है।इनके विभिन्न प्रकार हैं जैसे सिस्ट समाधि,पिट सर्किल , केर्न सर्किल, डोलमेन, अम्ब्रेला स्टोन, हूडस्टोन, कन्दराएँ, मिहिर। ये वृहत्तपाषाण स्मारक मृतकों की समाधियां थी।

प्रश्न राख का टीला किस नवपाषाण स्थल से संबंधित है?
उत्तर संगनकल्लु
कर्नाटक के मैसूर के पास बेल्लारी जनपद में स्थित संगनकल्लु नामक नवपाषाण कालीन पुरास्थल से राख के टीले प्राप्त हुए हैं। पिकलिहाल में भी राख के टीले मिले है। ये राख के टीले नवपाषाण युगीन पशुपालक समुदायों के मौसमी शिविरों के जले हुए अवशेष हैं।
प्रश्न भीमबेटका किसके लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर गुफाओं के शैल चित्र
भीमबेटका का चट्टानी शरणस्थल भोपाल से 45 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है।
यूनेस्को ने भीमबेटका शैल चित्रों को विश्व विरासत सूची में शामिल किया है।इन गुफाओं में जीवन के विभिन्न रंगों को पेंटिंग के रूप में उकेरा गया जिनमे हाथी, सांभर, हिरण, आदि के चित्र हैं।अब तक लगभग 700 शरणस्थलियों की पहचान की जा चुकी है, जिनमे 243 भीमबेटका समूह में तथा 178 lakha juar group में स्थित हैं।
यह प्रागैतिहासिक चित्रकला का श्रेष्ठ उदाहरण मध्य प्रदेश के रायसेन जिला स्थित भीमबेटका के शैलाश्रय तथा गुफाएं हैं।
भीमबेटका की प्रागैतिहासिक चित्रकला को मध्य पाषाण काल से संबंधित किया जाता है।
जबकि अजंता तथा बाघ की शैलकृत गुफा चित्र कला ऐतिहासिक कालीन जो कि मौर्य काल के बाद कि है तथा अमरावती अपने स्तूप स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध है जिसे शुंग कालीन या सातवाहन कालीन माना जाता है।
प्रश्न भीमबेटका की गुफा कहाँ स्थित है ?
उत्तर अब्दुल्लागंज-रायसेन
प्रश्न गैरिक मृदभांड पात्र (OCP) का नामकरण कहाँ हुआ था ?
उत्तर गंगा यमुना दोआब के सांस्कृतिक परंपरा संभवतः उस संस्कृति के साथ होती है जिसे अपने अत्यंत विशिष्ट मृदभांड के नमूने के कारण गेरुवर्णी गैरिक मृदभांड संस्कृति (OCP) कहा गया है। इसके सक्ष्य विशेषत हस्तिनापुर एवं अतरंजीखेड़ा से प्राप्त होते हैं।
प्रश्न ताम्रपाषाणिक महाराष्ट्र के लोग मृतकों को घर के फर्श के नीचे किस तरह रखकर दफनाते थे?
उत्तर महाराष्ट्र की ताम्रपाषाण कालीन संस्कृति(जोरवे संस्कृति) के नेवासा, दैमाबाद, कोठे,चंदौली,inaamgaon आदि पुरास्थल में घरों से मृतकों को अस्थिकलश में रखकर उत्तर से दक्षिणमे घरों के फर्श के नीचे दफनाए जाने के साक्ष्य मिले हैं। कब्र में मिट्टी की हड्डियां और ताम्बे भी कुछ वस्तुएं भी रखी जाती थी ।
प्रश्न किस स्थान से मानव कंकाल के साथ कुत्ते का कंकाल भी शवाधान से प्राप्त हुआ है ?
उत्तर जम्मू एवं कश्मीर में श्रीनगर के निकट उत्तर पश्चिम में स्थित बुर्जहोम से नव पाषाणिक अवस्था मे मानव कंकाल के साथ कुत्ते का कंकाल भी शवाधान से प्राप्त हुआ है। गर्तवास भी यही की प्रमुख विशेषता है। इस पुरास्थल की खोज 1935 में D Tera एवं peterson ने की थी।
प्रश्न भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण किस मंत्रालय में संलग्न कार्यालय है?
उत्तर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक विभाग है।भारत मे सर्वप्रथम 1861 में एलेग्जेंडर कंनिंग्घम को पुरातत्व सर्वेक्षण के रूप में नियुक्त किया गया था। 1871 में पुरात्तव सर्वेक्षण को सरकार के एक विभाग के रूप में गठित किया गया था। लार्ड कर्जन के समय 1902 मे इसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के रूप में केंद्रीकृत कर जान मार्शल को इसका प्रथम महानिदेशक बनाया गया था।
प्रश्न रास्ट्रीय मानव संग्रहालय कहाँ पर है?
उत्तर राष्ट्रीय मानव संग्रहालय जिसका नाम बदलकर इन्दिरा गांधी रास्ट्रीय मानव संग्रहालय कर दिया गया है,भोपाल मध्य प्रदेश में स्थित है।